unko ye shikayat hai

उन को ये शिकायत है कि हम कुछ नहीं कहते
अपनी तो ये आदत है कि हम कुछ नहीं कहते

मजबूर बहुत करता है ये दिल तो ज़बाँ को
कुछ ऐसी ही हालत है कि हम कुछ नहीं कहते

कहने को बहुत कुछ था अगर कहने पे आते
दुनिया की इनायत है कि हम कुछ नहीं कहते

कुछ कहने पे तूफ़ान उठा लेती है दुनिया
अब इस पे क़यामत है कि हम कुछ नहीं कहते