मैं तुम्हारे आस्ताने से जुदा होने का नहीं
सर अगर समसीर से काट कर जुदा हो जायेगा
Hindi-shayri wo ke jin ke hatho me takdire fasle gul rahi
वो के जिन हाथो में तकदीर फसले गुल रही
दे गये सूखे हुए पत्तो का नज़राना हमें
Tu mera kuch nahi lagta hai magar jane hayaat hindi-shayri
तू मेरा कुछ नही लगता है, मगर जाने हयात
जाने क्यू तेरे लिए, दिल को धारकता देखूं
ye raaz kisi ko nahi maloom
ये राज़ किसी को नही मालूम के मोमिन
क़ारी नज़र आता है| हक़ीकत मे है क़ुरान
Na Tha Kuchh to Khuda Tha, Kuchh na Hota to khuda hota
न था कुच्छ तो खुदा था, कुच्छ न होता तो खुदा होता,
डुबोया मुझ को होने ने न होता मैं तो क्या होता
Teri khusbu se mere dil me khile dard ke phool
तिरी ख़ुश-बू से मिरे दिल में खिले दर्द के फूल
सो गई थी जो बला फिर से जगा दी तू ने
chalo lahu ko bhi chirago ki nazar kar de
चलो लहू भी चरागों की नज़र कर देंगे
ये शर्त है कि वो फिर रौशनी ज़्यादा करें
ey dil ab koi kissa-dunya na suna
ऐ दिल अब और कोई क़िस्सा-ए-दुनिया न सुना
छेड़ दे ज़िक्र-ए-वफ़ा हाँ कोई अफ़्साना सुना
isk ki dunya me ek hanga-ma bar-pa kar diya
क़ैस ये मेराज-ए-उल्फ़त है कि एजाज़-ए-जुनूँ
नज्द के हर ज़र्रे को तस्वीर-ए-लैला कर दिया
Mosam-e-gul me to
मौसम-ए-गुल में तो आ जाती है काँटों पे बहार
बात तो जब है ख़िजाँ में गुल-ए-तर पैदा कर