sarkaar sa pyara siddiq samara

परवाने को चराग़ तो बुलबुल को फ़ूल बस
सिद्दीक़ के लिये है ख़ुदा का रसूल बस

मुस्तफ़ा का हमसफ़र, अबू बकर, अबू बकर
गली गली नगर नगर, अबू बकर, अबू बकर
लुटाया जिसने अपना घर, अबू बकर, अबू बकर
एहसान जिस का दीन पर, अबू बकर, अबू बकर
है चर्चे जिस के अर्श पर, अबू बकर, अबू बकर
लगेगा नारा फर्श पर, अबू बकर, अबू बकर

सालारे-सहाबा, वो पहला ख़लीफ़ा
सरकार का प्यारा, सिद्दीक़ हमारा
हर सुन्नी का नारा, सिद्दीक़ हमारा

दुनिया-ए-सदाक़त में तेरा नाम रहेगा
सिद्दीक़ तेरे नाम से इस्लाम रहेगा

सालारे-सहाबा, वो पहला ख़लीफ़ा
सरकार का प्यारा, सिद्दीक़ हमारा
हर सुन्नी का नारा, सिद्दीक़ हमारा

सिद्दीक़ के गुस्ताख़ से तो जंग रहेगी
जो इन से जलेगा वोही नाकाम रहेगा

सालारे-सहाबा, वो पहला ख़लीफ़ा
सरकार का प्यारा, सिद्दीक़ हमारा
हर सुन्नी का नारा, सिद्दीक़ हमारा

बे लोस मुहब्बत का सिला ख़ूब मिला है
ता-हश्र मुहम्मद के संग आराम रहेगा

सालारे-सहाबा, वो पहला ख़लीफ़ा
सरकार का प्यारा, सिद्दीक़ हमारा
हर सुन्नी का नारा, सिद्दीक़ हमारा

हर नस्ल तेरे काम की तजदीद करेगी
जब तक रहेगी दुनिया तेरा नाम रहेगा

सालारे-सहाबा, वो पहला ख़लीफ़ा
सरकार का प्यारा, सिद्दीक़ हमारा
हर सुन्नी का नारा, सिद्दीक़ हमारा

सिद्दीक़ के बाग़ी तो सदा रोते रहेंगे
खुश आशिक़े-सिद्दीक़ सुबहो-शाम रहेगा

सालारे-सहाबा, वो पहला ख़लीफ़ा
सरकार का प्यारा, सिद्दीक़ हमारा
हर सुन्नी का नारा, सिद्दीक़ हमारा

सिद्दीक़ की बैअत जो की हसनैनो-अली ने
तारीख़ी फ़ैसला तो सरे आम रहेगा

सालारे-सहाबा, वो पहला ख़लीफ़ा
सरकार का प्यारा, सिद्दीक़ हमारा
हर सुन्नी का नारा, सिद्दीक़ हमारा

अस्हाबे-नबी, आले-नबी दीन की पहचान
जो दिल का है अंधा वोही ग़ुमनाम रहेगा

सालारे-सहाबा, वो पहला ख़लीफ़ा
सरकार का प्यारा, सिद्दीक़ हमारा
हर सुन्नी का नारा, सिद्दीक़ हमारा

हर अहद पे सिद्दीक़ का एहसान उजागर
बा’द अज़ नबी सिद्दीक़ का इकराम रहेगा

सालारे-सहाबा, वो पहला ख़लीफ़ा
सरकार का प्यारा, सिद्दीक़ हमारा
हर सुन्नी का नारा, सिद्दीक़ हमारा

परवाने को चराग़ तो बुलबुल को फ़ूल बस
सिद्दीक़ के लिये है ख़ुदा का रसूल बस