Bu Ali Shah Qalandar Quotes

रवम दर बुत-कदा शैनम ब-पेश-ए-बुत कुनम सज्द:
अगर याबम ख़रीदारे फ़रोशम दीन-ओ-ईमाँ रा

फ़्रोज़म आतिशे दर दिल ब-सोज़म क़िब्लः-ए-आलम
पस आँगह क़िब्ल: साज़म मन ख़म-ए-अबरू-ए-ख़ूबाँ रा

सरम पेचाँ दिलम पेचाँ मनम पेचीद:-ए-जानाँ
‘शरफ़’ चूँ मार मी पेचद चे बीनी मार-ए-पेचाँ रा