भुला खुदा है आप को जिसके ख्याल में
क्या शान- ए- दिल बरी है नबी के जमाल मे
अपना ही हुस्न जा के वहाँ भी नज़र पडा
पहुंचे नबी जो अर्श पे शौके विसाल में
मेंराज में खुदा बा नबी एक हो गये
शान-ए- जमाल मिल गयी शान- ए- जमाल में
बलाएँ पे मेरी आओ नबी वक़्ते नज़ा हैं
जाती हैं जान आप के शौके बिसाल में
या शा-फये उमम मेरी सूरत सवाल है
वाक़िफ़ हैं आप लुफ्त नही है सवाल मे
शाने नबी को शाने खुदा मैं नज़र करो
देखो खुदा का हाल मोहम्मद के हाल मे
क्या सिर्र-अहमदी को बयाँ कि जिये मुजीब
आता नही हाल किसी तरह काल मैं
कलामे मुजीब
सूफी मोहम्मद तालिब हुसैन फारुखबदी मुजीबी